मोहित उलझन में है और अपने आप को खोया हुआ मेहसूस करता है क्यूँकी उसे समझ में नहीं आ रहा हैं कि उसका व्यवहार गलत कैसे था। इसलिए वह चुप रहना ही सही समझता है क्योंकि उसका मानना यह है की अभी वो कैसे भी पेश आए उसके व्यवहार से नकारात्मक या बुरा प्रभाव पड़ सकता है। क्या मोहित के पास इस स्थिति को हल करने का कोई और तरीका है?