हमारे समाज में कुछ जातियों को दूसरों की तुलना में ज़्यादा पवित्र माना जाता है और इस वजह से उन्हें ज़्यादा अधिकार मिलते हैं। अपनी ही जातियों में शादी करना और अंतर्जातीय संबंधों को नकारना इस व्यवस्था को बनाए रखता है। भेदभाव और हानिकारक मर्दानगी इससे बनाये रखने में मदद करता है। इस स्थिति में वीडियो को साझा करना जातिगत आधारित भेदभाव को बनाये रखने का एक तरीका बन जाता है । हिमांशु व्हाट्सप्प ग्रुप को म्यूट कर देता है लेकिन उसकी ऑनलाइन चुप्पी अभी भी हिंसा को बढ़ावा देती है। उसे अपने समुदाय और अपने दोस्त अजीत में से एक को चुनना है। लेकिन क्या आपको लगता है कि व्हाट्सएप ग्रुप को म्यूट करके हिमांशु अजीत को अप्रत्यक्ष रूप से नुकसान पहुंचा रहे हैं?