यह मान लेना कि कोई गिफ्ट/भेंट देने या प्यार की भावना जताने के बदले अपनी सहमति ज़रूर दे देंगे, दुसरे व्यक्ति पर बहुत अनुचित दबाव डालता है| दबाव में आकर दी गई सहमति को सहमति नहीं कहते| इन सभी तरीको का इस्तेमाल करके नैना को बुरा महसूस कराने से उसपर सहमति देने का दबाव बनता है, और इसे असल में यौन उत्पीड़न कहते हैं|