नैना का सहज महसूस करने का स्तर अमन से अलग हो सकता है, नैना का खुद को व्यक्त करने का तरीका भी अमन से अलग हो सकता है| यह मुमकिन है की नैना को शारीरिक सम्बन्ध बनाने में अभी सहज न लगे| लेकिन उसको अपना प्यार साबित करने के लिए कहना उसके ऊपर दबाव डालता है| और दबाव में आकर दी गई सहमति को सहमति नहीं कहते| असल में इसे यौन उत्पीड़न कहते है| क्या आपको लगता है कि नैना के पास अपने प्यार को अपनी मर्ज़ी से व्यक्त करने का अधिकार होना चाहिए?