मोहित अपने पिताजी से अकेले में बात करने की कोशिश करता है ताकि वो अपना पक्ष अच्छे से प्रस्तुत कर सके और चुप चाप इस घटना के परिणाम से बच सके। मोहित यह भी मान सकता है कि, एक मर्द होने के नाते, उसके पिता ने इसी तरह की कोई घटनाओं का सामना किया होगा। मोहित इसी बात का फ़ायदा उठाकर साबित करना चाहता है की सुप्रिया ग़लत है और उसकी हरकत मामूली है।