हालांकि अमन नैना को सहज महसूस कराने की कोशिश कर रहा है, उसको नैना की निजी सीमाओं को समझने की ज़रुरत है| नैना ने अभी तक साफ़ साफ़ व्यक्त किया है की वो शारीरिक सम्बन्ध बनाने में सहज नहीं महसूस कर रही है, और वो असुरक्षित महसूस कर रही है| अमन की कोशिश चाहे नैना को सहज महसूस कराने हो, लेकिन उसको नैना की कठिन स्थिति को समझने की ज़रुरत है| और शायद इस वजह से नैना उसको गले लगाना या छूना ठीक न समझे| ऐसी स्थिति में सहमति पूछकर लेना बेहतर होता है, बजाय खुद से ही मान लेने से|